Negative Attitude

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Sunday, May 27, 2012

इंडियन प्रिमिअर लीग(IPL Twenty20) - अभी ना जाओ छोड़ कर के दिल अभी भरा नहीं

हाय मेनू तू हॉट लगदी, लखा दा नोट लगदी, मौका मिला है अभी, होना ना फिर ये कभी, सानु तू.. ........,दोस्तों एक्स्ट्रा लार्ज़  इनिंग्स में आपका स्वागत है. नित्य नए नए विवादों के साथ आईपीएल टी-२० सीज़न 5 आज समाप्त होने जा रहा है.जहाँ धोनी की सेना एक ओर आईपीएल की बादशाहत बरक़रार रखने की जी तोड़ कोशिश करेंगी  वही दूसरी ओर आत्मविश्वास से भरी गंभीर की सेना आईपीएल की इतिहास में पहली बार खिताबी जंग जितने को बेक़रार होगी.मुकाबला निस्संदेह दिलचस्प एवं रोमांचक होगा.प्रतियोगिता अगर निर्णायक ना हो तो योग्य और योग्यता की परख नहीं की जा सकती.जीत और हार भी इसी दर्शन की शाखाये है. आईपीएल सीज़न ५ का विजेता कोई भी हो परन्तु विजय या पराजय खेल की नहीं बल्कि प्रतिभा, योग्यता और दृढ संकल्प की होती है.चलिए अब बात आईपीएल से जुडी कुछ विवादों की करते है.आज हर तरफ आईपीएल को बंद करने की बात की जा रही है और इसी मांग को लेकर हमारे पूर्व क्रिकेटर एवं माननीय सांसद श्री कीर्ति आजाद ने ट्वेंटी ट्वेटी के तर्ज पर धरना भी दिया परन्तु बात धरनो की नहीं है, बल्कि आईपीएल को बंद करने की इस निर्णायक विचार की है.हमारी मीडिया भी निरंतर इन विवादों को समस्त देशवाशियो को अवगत कराने में व्यस्त दिखी.आमलोग भी इस बाबत हर तरफ अपनी प्रतिक्रियायों  के साथ मशगूल दिखे. ऐसा प्रतीत हो रहा  है की क्रिकेट मैचों के साथ साथ आईपीएल से जुडी समस्त विवादों और त्रुटियाँ भी लोगो को खूब मनोरंजित कर रही है.इस विशाल क्रिकेट आनंदोत्सव आईपीएल टी-२० की लोकप्रियता का अनदाज़ा इसी से लगाया जा सकता है. अगर किसी आयोजन की सकारात्मकता एवं नकारात्मकता दोनो ही लोगो को मनोरंजित करने में सफल हो तो ऐसे दुर्लभ आयोजन को बंद करने की मांग तो दूर, सोचना भी बेईमानी होगी. अगर आईपीएल को उद्योग की नज़र से देखे तो हमारा मानना है की यह आयोजन स्टेडियम के बाहर गोलगप्पे बेचने वाले से लेकर खिलाडियों तक हजारो लोगो को रोजगार मुहैया करा रही है और हम इस विशाल ऊद्योग को बंद करने की बात कर रहे है? कोई भी ऊद्योग के  बेहतर प्रबंधन जैसे नियोजन, आयोजन,अनुशाषण, नेतृत्व एवं निर्देशन से ही वांछित उद्देश्य की प्राप्ति होती है. और ठीक इसी तरह आईपीएल टी-२० जैसे विशाल खेल ऊद्योग के लिए भी बेहतर एवं कुशल प्रबंधन की जरूरत है.कटु सत्य यह भी है की विवाद फिर भी पूरी तरह समाप्त नहीं किया जा सकता लेकिन बहुत हद तक कम जरूर किया जा सकता है क्योंकि जहाँ नाम होगा वहां सामानांतर रूप से लान्क्षण भी होगा.अब आईपीएल के आयोजको,हुक्मरानों को सिर्फ यह सोचने की जरूरत है की आईपीएल सीज़न 6 को और बेहतर एवं अनुशासित तरीके से कैसे प्रस्तुत किया जाए.आईपीएल टी-२० सीज़न 5 के ग्रैंड फिनाले के कुछ ही घंटे शेष है और दोनों ही टीमो चेन्नई एवं कोलकाता को सीज़न 5 के इस खिताबी मुकाबले की सफलता के शुभकामनाओ सहित निगेटिव एटिटयुड आपसे विदा लेता है...आपका दिन शुभ हो..:-)

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